झारखण्ड के प्राचीन राजवंश : प्राचीन में राज्य निर्माण का कार्य मुण्डाओं ने आरंभ किया। झारखंड का इतिहास बहुत पुराना और गौरव से भरा रहा है। मैं इस लेख के माध्यम से झारखंड के इतिहास के बारे में जानकारी दे रहा हूँ।आशा है कि यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी और आपकी प्रतियोगी परीक्षाओं, झारखंड और जी.के. के बारे में सभी प्रकार की जानकारी के लिए मददगार साबित होगी। इसके लिए आप इस वेबसाइट पर विजिट करें।
इनमें तीन राजवंश प्रमुख थे। ये हैं-छोटानागपुर के नागवंश, पलामू रक्सैल तथा सिंहभूम के सिंहवंश |
Palamu Raksail dynasty of Jharkhand
- पलामू में प्रारंभ में रक्सैलों का आधिपत्य था। ये रक्सैल राजपूताना क्षेत्र से रोहतासगढ़ होते हुए पलामू पहुंचे थे।
- वे स्वयं को राजपूत कहते थे। रक्सैलों ने कुछ समय तक सरगुजा को अपने राज्य में मिला लिया था।
- इस समय की महत्वपूर्ण जनजातियां खरवार, गोंड, माहे, कोरवा, पहाडिया तथा किसान थीं। इनमें सबसे अधिक संख्या खरवारों की थी, जिसके शासक प्रताप धवल थे।
- रक्सैलों का शासन काल काफी दिनों तक चला, लेकिन बाद में उन्हें घेरों द्वारा अपदस्थ कर दिया गया।