land Area and People : झारखंड का क्षेत्रफल 79,710 किमी 2 (30,778 वर्ग मील) है। झारखंड का क्षेत्रफल के हिसाब से 15 वां सबसे बड़ा और जनसंख्या के हिसाब से 14 वां सबसे बड़ा राज्य है। हिंदी राज्य की राजभाषा है। झारखंड मुख्य रूप से ग्रामीण है, इसकी लगभग 24% आबादी शहरों में रहती है।

Land Area and People :
- झारखंड चारो और से पहाड़ो और जंगलो से घिरा हुआ प्राकृत की गोद में बसा राज्य हे |
- झारखंड राज्य का निर्माण बिहार के 46 प्रतिशत भु भाग को अलग कर किया गया हे |
- झारखंड की भू-गर्भिक संरचना ,जलवायु , प्रकृतिक वनस्पति, खनिज तथा जनसंख्या के दृष्टिकों से संपूर्ण भारत में विशेष स्थान रखता हे |
- ये अति प्राचीन सरंचना गोंडवाना भू-खंड तथा प्रायद्वीपीय पठार के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित है।
- झारखण्ड क्षेत्र का निर्माण आर्कियन युग की प्राचीनतम चट्टानों से हुआ है, जिसमें ग्रेनाइट, नीस, शिष्ट, बैसाल्ट एवं क्वार्जाइट चट्टानों की प्रधानता है। इस पठार के 90 प्रतिशत भाग पर इन्हीं चट्टानों का विस्तार पाया जाता है।
- झारखण्ड को पश्चिमी भाग सबसे ऊंचा है, जो पाट प्रदेश कहलाता है, हालांकि झारखण्ड को सबसे ऊंची चोटी पारसनाथ की पहाड़ी है, जिसकी ऊंचाई 1,365 मीटर है। झारखण्ड उष्णकटिबन्धीय मॉनसून जलवायु का क्षेत्र है।
- झारखण्ड की प्राकृतिक वनस्पति पतझड़ किस्म की है, जिसे उष्णकटिबन्धीय मॉनसून पतझड़ वन के वर्ग में रखा जाता है।
- झारखण्ड के कुल क्षेत्रफल का 29.45 प्रतिशत भाग वन भूमि है।
- झारखण्ड अपने खनिज संसाधनों के कारण न सिर्फ भारत में बल्कि सम्पूर्ण विश्व विख्यात हे ।
- खनिज संसाधनों की बहुलता के कारण ही इसे भारत का रूर प्रदेश कहा जाता है।
- ऊर्जा संसाधन में कोयला प्रमुख है, जिसकी प्राप्ति यहां से होती है। भारत में कोक बनाने योग्य कोयले के कुल भण्डार का 95 प्रतिशत से अधिक झारखण्ड में संचित है।
- जल संसाधन प्रकृति का एक वरदान है, जिसके बिना जैवमण्डल का विकास सम्भव नहीं है। झारखण्ड का कुल जल संसाधन लगभग 28,781 मिलियन घन मीटर है, जिसका 82.7 प्रतिशत सतही जल के रूप में तथा 17.3 प्रतिशत भूमिगत जल के रूप में है।
- झारखण्ड की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। यहां कुल क्रियाशील जनसंख्या का लगभग 75 प्रतिशत भाग कृषि कार्यों में संलग्न है।
- झारखण्ड की कृषि मॉनसूनी वर्षा पर पूर्णतः आश्रित है, क्योंकि यहां लगभग 1 प्रतिशत कृषि भूमि पर ही सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है। अतः यह कथन अक्षरशः सत्य है कि झारखण्ड की कृषि मॉनसून के साथ जुए का खेल है।
- झारखण्ड अपनी जनजातीय जनसंख्या के कारण पूरे भारत में जाना जाता है। वस्तुतः झारखण्ड की पहचान प्रारंभ से ही जनजातीय पट्टी के रूप में रही है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या का 26.2 प्रतिशत भाग जनजातियों का है।
- झारखण्ड में 32 प्रकार की जनजातियां निवास करती हैं। संथाल, उरांव, मुण्डा, हो, भूमिज, खड़िया, पहाडिया झारखण्ड की प्रमुख जनजातियां हैं।
- आदिवासियों की तरह सदान भी झारखण्ड के मूलवासी है। झारखण्ड की कुल जनसंख्या इनकी भागीदारी लगभग 60 प्रतिशत है।
- राज्य में हिन्दुओं की आबादी सर्वाधिक है। दूसरे व तीसरे स्थान पर क्रमशः मुस्लिम व ईसाई है।
- झारखण्ड की राजकीय भाषा हिन्दी है जबकि उर्दू राज्य की द्वितीय राज्य भाषा है।
The Santhal, Oraon (Kurukh), Munda, Kharia, and Ho are the principal indigenous groups, and together they constitute the great majority of the total tribal population.
79,714 km²
Jharkhand state is carved out from Bihar state in 2000. The state is rich in mineral resources and poor in agricultural production. During the last ten years, agriculture could not grow in the state as per expectations, resulting in higher rural poverty.
Hindi, Jharkhand Governor Syed Ahmad has returned a bill that seeks to accord the second official language status to as many as 11 languages in the state – including Bhojpuri, Maithili, Bengali, Oriya, and Santhali. At present, Jharkhand has Hindi as its official language and Urdu as its second official language.